रविवार, 28 अप्रैल 2013

3 जी का अधिक इस्तेमाल, महंगा सौदा



जब हाई-स्पीड इंटरनेट की बात आती है तो अंतिम शब्द 3जी ही है। लेकिन यह आज भी अपने देश में बहुत महंगा विकल्प है। 3जी का ज्यादा इस्तेमाल आपकी जेब में गहरा छेद कर सकता है, क्योंकि अधिकतर मोबाइल आपरेटर 500-2000 रुपये प्रति माह की योजनाएं उपलब्ध कराते हैं। यदि आप लापरवाह हैं तो आप हर महीने हजारों रुपये खर्च कर बैठ सकते हैं। अगर आपको अपने फोन पर केवल बेसिक इंटरनेट की आवश्यकता है तो आप जीपीआरएस / ऐज कनेक्शन मात्र 99 रुपये प्रति माह में ले सकते हैं। यह सही है कि यह विकल्प 3जी का तुलना में धीमा होगा, लेकिन यह आपको कनेक्ट रखेगा। सवाल है क्या आपको वास्तव में 3जी कनेक्शन चाहिए? जैसा कि अन्य तकनीकी उपकरणों के मामलों में होता है, यह भी आपकी जरूरतों पर निर्भर करता है कि आप अपने फोन का किस तरह इस्तेमाल करते हैं? यहां हम उन विभिन्न स्थितियों की चर्चा करते हैं जब 3 जी उपयोगी हो सकता है या जब विकल्प के तौर पर उपलब्ध सस्ते उपायों से काम चल सकता है।

यात्रा के दौरान इंटरनेट
कुछ जगहों पर तो यह लगभग सुपरसॉनिक स्पीड से चलता है, लेकिन देश के बहुत से हिस्सों में 3जी कनेक्टिविटि बहुत खराब है और कभी-कभी तो यह बिल्कुल गायब हो सकती है। हद तो यह है कि एक ही शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में इसकी कनेक्टिविटि अलग तरह की हो सकती है। अगर आप आप निरंतर यात्रा करते रहते हैं तो आपको अनियमित स्पीड मिल सकती है। दूसरी ओर जीपीआरएस/ऐज कनेक्टिविटि अधिक नियमित होती है। इसलिए अगर आप आप घूमते हुए भी सम्पर्क में रहना चाहते हैं तो सुझाव यही है कि 3जी का प्रयोग न करें। दूसरी कनेक्टिविटि जो अधिक भरोसेमंद है, उससे जुड़े रहना में कोई शर्म की बात नहीं है। आप एक माह तक 3जी का उपयोग कर सकते हैं या पे-पर-यूज प्लान का इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि आपको अपनी जरूरतों और अल्पसमय के लिए प्रयोग को मॉनिटर करने का अवसर मिल जाए।

अंतिम निर्णय सभी विकल्पों का मूल्यांकन करने के बाद करना चाहिए और यह भी जान लेना चाहिए कि जिन जगहों पर आप ज्यादा जाते हैं वहां कनेक्टिविटि क्षमता कैसी है।

वीडियो कॉलिंग
हालांकि वीडियो कॉलिंग का फैशन इतना आम नहीं हुआ है जितना विशेषज्ञ अनुमान कर रहे थे। हालांकि यह धीरे-धीरे जड़ जमाता जा रहा है। अगर आपको यह पसंद है कि जिस व्यक्ति से बात कर रहे हैं कि उसकी शक्ल भी देखें तो 3जी लेना आपके लिए आवश्यक है। एक सामान्य जीपीआरएस/ऐज कनेक्शन वीडियो कॉल को नहीं संभाल सकता।

चार्ज का मसला
इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता कि एक 3जी कनेक्शन आपके मोबाइल फोन की बैट्री को खा जाएगा। और जीपीआरएस/ऐज कनेक्शन की तुलना में उसे आधा कर देगा। अगर आप अधिक समय ऐसे क्षेत्रों में गुजारते हैं जहां चार्ज करने के पावर प्वाइंट कमी से उपलब्ध हैं तो बेहतर है कि आप 3जी कनेक्शन में निवेश न करें। अगर इसके बाद भी आप जिद पर अड़े हैं तो एक और बैट्री खरीद लें या पोर्टेबिल चार्जर में निवेश करें।

वेब ब्राउजिंग
अगर आप हर समय अपने फोन पर वेब सफिंग करते रहते हैं तो आपको निश्चित रूप से 3जी कनेक्शन लेना चाहिए क्योंकि जीपीआरएस/ऐज कनेक्शन की तुलना में उसकी स्पीड बहुत अच्छी है। पेज तेजी से लोड होंगे और आप बिना समय गंवाए वीडियो भी देख लेंगे। लेकिन अगर आप वेबासइटों को केवल पढ़ते हैं तो जीपीआरएस/ऐज कनेक्शन में भी कोई बुराई नहीं है, वह भी वैसा ही कम करेगा।

ई-मेल- ब्लैकबेरी इस्तेमाल करने वाले आपको बताएंगे कि जीपीआरएस/ऐज कनेक्शन पर भी ई-मेल कनेक्टिविटि ठीक ठाक काम करती है। एक 3जी कनेक्शन उस समय उपयोगी होगा अगर आप उन व्यक्तियों में से हैं जो 2एमबी या उससे अधिक के एटैचमेंट भेजते या डाउनलोड करते हैं। अगर ऐसा नहीं है तो पुराने फैशन का कनेक्शन ही पर्याप्त है।

मोडम के रूप में फोन- क्या आप अपने फोन पर इंटरनेट के जरिए वेब ब्राउज करते हैं या मेल चेक करते हैं? या ऐसा भी होता है कि आप वास्तव में अपने फोन का प्रयोग मॉडम के रूप में करते हैं ताकि अन्य उपकरण जैसे टैबले, नोट बुक को इंटरनेट से कनेक्ट किया जा सके? अगर दूसरे प्रश्न का उत्तर ‘हां’ में है तो बेहतर है कि आप 3 जी कनेक्शन का प्रयोग करें क्योंकि वह तेज है और जीपीआरएस/ऐज कनेक्शन आपको परेशान कर देगा, विशेषकर जब आप साइटों का डेस्कटॉप वर्जन खोलते हैं।

3जी का अधिकतम फायदा
आप 3जी कनेक्शन लेना चाहते हैं, लेकिन मोटे बिल से डरते हैं? अगर ऐसा है तो आप निम्न सुझावों को ध्यान में रखे ताकि आपका बिल बर्दाश्त की सीमा में रहे।

- अधिकतर स्मार्टफोन आपको 2जी और 3जी कनेक्शनों में चुनने की सुविधा प्रदान करते हैं। आप 3जी को केवल इंटरनेट ब्राउज करने या वीडियो कॉल करने के लिए ही प्रयोग करें वरना से बंद रखें। डरने की बात नहीं आप मेल ऐज कनेक्शन के जरिए भी भेज सकते हैं।

- विशिष्ट ब्राउजर का प्रयोग करें। नेट को सर्फ करते समय आपेरा मिनी जैसे ब्राउजर का प्रयोग करें। यह डाटा यूसेज को कम कर देते हैं क्योंकि आपके उपकरण तक वेब पेज को यह कंपेस करके भेजते हैं जिससे कम डाटा का इस्तेमाल होता है।

- यूसेज का ध्यान रखें। ऐसे एप्लीकेशन को डाउनलोड कर लें जो डाटा को मॉनिटर करता हो, मसलन विडगेट या एंड्रॉइड ताकि आपको मालूम चलता रहे कि आपने कितने डाटा का इस्तेमाल किया है।

- मोबाइल वर्जन का चयन करें। अधिकतर हैंडसेट ब्राउजर आपको वेबसाइट का डेस्कटॉप या मोबाइल वर्जन ब्राउस करने का विकल्प देते हैं। जब अनिश्चितता बनी हो तो मोबाइल वर्जन का चयन करें क्योंकि यह डाटा यूसेज में अधिक हल्के होते हैं।

बहरहाल कुल मिलाकर कहने की बात यह है कि 3जी कनेक्टिविटी का इस्तेमाल तभी करें जब वह वाकई आपके लिये उपयोगी हो। क्योंकि 3जी का खर्च आपकी जेब को आसानी से छेद कर सकता है। अत: जेब की छेद से बचना है तो अपनी जरूरत अनुसार ही 3जी का इस्तेमाल करें।

 आभार: राँची एक्सप्रेस डॉट कॉम
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