रविवार, 23 दिसंबर 2012

लाल किताब के उपचार संबंधित सावधानियां।



  • एक दिन में केवल एक ही उपाय करें, जब यह पूरा हो जाए उसके बाद ही दिए गए दूसरे उपायों को अगले दिन अपनाए।
  • उपायों को केवल दिन में ही करें(सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त से पहले)।
  • केवल उन्हीं उपायों को सूर्यास्त के बाद करें जिन्हें निर्देशित किया गया गया हो।
  • सबसे पहले, छोटे उपाय अपनाएं, जो एक दिन के भीतर पूरे किये जा सकते हो, अगर आपकी जन्म कुंडली में पित्र ऋण है तो पहले पित्र ऋण से संबंधित उपायों को करें।
  • 8, 12, 27, और 43 दिनों के उपायों को नियमित रूप से पूरा किया जाना चाहिए, इसलिए इन उपायों को बाद में शुरू करें, जब एक उपाय पूरा हो जाए, उसके बाद ही अगले दिन नए उपाय की शुरूआत करें।
  • मंदिर या धार्मिक स्थानों से संबंधित उपायों के लिए महिलायों को उनके मासिक धर्म के दौरान जाने की मनाहि है या निषिद्ध हैं। लेकिन वे अन्य सभी उपायों को कर सकती हैं, इस अवस्था में निषिद्ध उपायों को उनके परिवार का कोई भी व्यक्ति कर सकता है।
  • एक दिन के उपाय चौथ,नवमी और चौदस पर किये जा सकते है, लेकिन लंबे समय तक चलने वाले उपाय नहीं ।
  • कुछ भी यदि पानी में डालना है या भिगोना है तो उसे जरूर डाले पर केवल 7 बार मस्तिष्क के इधर-उधर घूमाने के बाद।
  • यदि कोई ऐसा उपाय है जो आपको हमेशा उम्रभर जारी रखना है, तो उसे सबसे पहले शुरू करे और साथ ही अन्य उपायों को एक-एक कर प्रारंभ करें।
  • उपाय के दौरान ज़मीन खुदाई के इस्तेमाल में लाया जाने वाला उपकरण वहीं छोड़ दे, अगर यह उपाय लम्बी अवधी तक चलना है तो इस उपाय के आखिरी दिन यह उपकरण या औजार वहीं जमीन में ही गाड़ दे या वहीं छोड़ दे।
  • इस्तेमाल में लाया गया उपकरण, जो उपाय के समय ज़मीन खोदने में प्रयोग किया गया हो उसे घर वापस नहीं लाए, यदि उपाय लम्बे समय तक किया जाना हो, उस स्थिति में आप वह उपकरण घर ला सकते है, पर आखिरी दिन ध्यानपूर्वक इसे उसी जगह छोड़ दे।
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